-विभागों में प्रोफेशनलिज्म की कमी,लेकिन हर प्रशिक्षण हमें मजबूत बनाता है
– ठोस कचरा प्रबंधन पर कार्यशाला आयोजित
-बृजेश विजयवर्गीय-
कोटा। नगर निगम उत्तर के आयुक्त वासुदेव मालावत ने कहा है कि शहरी जीवन को श्रेष्ठ बनाने के लिए समाधान खोजने की जरूरत पर काम करने की आवश्यकता है। शासन के पास अच्छी योजनाऐं बहुत है लेकिन जनसंख्या के विस्तार के कारण समाधान का परिणाम नहीं मिलता। आयुक्त ने गत दिवस कंज्यूमर सूनिटी ट्रस्ट सोसायटी जयपुर द्वारा संभाग स्तरीय शहरी निकायोंकी क्षमतावर्द्धन कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि विभागों में अलग अलग सोच है और हमारी कार्यप्रणाली में प्रोफेशनलिज्म की कमी है। सोच में समग्रता से ही लक्ष्य हासिल कर सकते है। उन्होंने चिंता जताई कि ग्रामीण आबादी का शहरा में पलायन से शहरों में हो रही जनसंख्या विस्तार ने सभी योजनाओं को फेल कर दिया। इसका समाधान करने के लिए कोई विदेशों से नहीं आएगा हमें ही करना होगा। कस्बों व शहरों को रहने लायक बनाना होगा। इस अवसर पर शहरी निकाय विभाग की संभागीय उप निर्देशक दीप्ति रामचंद्रन ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षणों से कार्यक्षमता बढती है और काफी लाभ होता है।
कट्स के कार्यक्रम अधिकारी अमरदीप सिंह ने बताया कि आस्ट्रेलियाई उच्चायोग नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित कार्यशाला में हैदराबाद के डॉ सुधाकर दच्चिपल्ली ने निकाय के वित्तीय प्रबंधन,ठोस कचरा प्रबंधन,सतत परिवहन एवं सामुदायिक भागीदरी विषयों पर विस्तार से पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रकाश डाला। शहरी सुशासन और शहरी निकायों में क्षमतावर्द्धन के लिए कट्स कार्य कर रहा है। कोटा की कार्यशाला में 30 निकायों के अधिकारियों ने भाग लिया और उपयोगी संवाद भी किया। इस अवसर पर कोटा एनवायरमेंटल सेनीटेशन सोसायटी के अध्यक्ष पर्यावरणविद् बृजेश विजयवर्गीय एवं रामकृष्ण शिक्षण संस्थान के महामंत्री युधिष्टिर चानसी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। सिंह ने बताया कि कट्स स्वायत्तशासन विभाग के साथ शहरी निकायों के क्षमतावर्द्धन के लिए जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के लिए विगत कई वर्षों से काम कर रहा है।