
-दुष्यंत सिंह गहलोत-

कोटा। बहुचर्चित 200 करोड़ के अपेक्षा ग्रुप महाठगी प्रकरण में एसआईटी की टीम को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसआईटी की टीम ने कंपनी का डायरेक्टर और 2000 रुपए का इनामी आरोपी बूंदी निवासी अभय तिवारी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
आरोपी अभय तिवारी बूंदी का निवासी है और कोटा के कुन्हाड़ी इलाके में निवास करता है। इस मामले में अब तक 22 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। वही इस मामले में अब तक 115 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं।
अब आरोपियों को फिर से कोटा की सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जा सकता है। आरोपियों ने करोड़ों रुपए के हिसाब किताब के लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार कर रखा था इनको बैंक में नहीं दर्शाया गया था।
करीब 2500 लोगों के साथ चिटफंड कंपनी ने करीब 200 सौ करोड़ की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। एक अनुमान के मुताबिक कम्पनी ने कोटा, बूंदी,बारां झालावाड़ के करीब ढाई हजार से अधिक निवेशको को चुना लगाया है।
कम्पनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ गुमानपुरा, भीमगंजमंडी, जवाहरनगर, आरकेपुरम थाने में करीब 115 मामले दर्ज हो चुके है। इस मामले में एक इनामी आरोपी एमडी,सीएमडी व नायब तहसीलदार व सरकारी कर्मचारी व महिला सहित 22 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपियो ने 2500 से अधिक लोगों के साथ की थी करीब 200 सौ करोड़ की ठगी।
रोडवेज बस की चपेट में आने से युवक की मौत
कोटा। शहर के नयापुरा थाना क्षेत्र में बस से एक्सीडेंट में एक युवक की मौत हो गई। युवक जगदीश, बालदडा थाना अंता जिला बारां का निवासी था। जो अपनी बहिन के यहां प्रोग्राम में कपड़े पहनाने अलवर जा रहा था। वह नयापुरा स्थित चंबल फ्लाई ओवर के नीचे रोडवेज बस की चपेट में आ गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस ने शव को एमबीएस हॉस्पिटल की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया है। परिजनों को सूचना दी। रिश्तेदार कालू ने बताया कि जगदीश रविवार को गांव से कोटा आए थे। अलवर में उसकी बहिन का ससुराल है। वहा बाहरवें के कार्यक्रम में अपनी बहिन को कपड़े पहनाने थे। आज सुबह अपनी बहिन के यहां अलवर जाने के लिए निकले थे। नयापुरा बस स्टैंड के बाहर खड़े बस का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही बस में बैठने के लिए जा रहा था। उसी दौरान कुन्हाड़ी की तरफ से आ रही रोडवेज बस की चपेट में आ गया। हादसे के वक्त जगदीश अकेला ही था। फोन के जरिए सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचा। कालू ने बताया कि जगदीश उसका बड़ा साला लगता था। इसकी परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है।