
त्रिपुराः तेज हुआ चुनावी घमासान
-टिपरा मोथा अलग टिपरालैंड राज्य की मांग पर अड़िग , तृणमूल का विकास के बंगाल माॅडल पर जोर
अगरतला। त्रिपुरा में चुनावी घमासान तेज हो गया है। अब मतदान में 9 दिन ही शेष रह गए हैं। भाजपा के मुख्य रणनीतिकार और गृह मंत्री अमित शाह आज त्रिपुरा के दौरे पर हैं। वे दो रैलियों को संबोधित करेंगे। दूसरी ओर इस बार त्रिपुरा के चुनाव को नया आयाम देने में जुटी टिपरा मोथा और तृणमूल कांग्रेस ने भी अपना चुनावी ब्रह्मास्त्र चल दिए हैं। अब यह साफ हो गया है कि टिपरा मोथा अपनी टिपरा लैंड राज्य की मांग को लेकर ही चुनाव मैदान में उतरेगी। उसने अपना चुनाव घोषणा पत्र रविवार को जारी कर दिया जिसमें उसके अन्य वादों के बीच सबसे अहम यही वादा है कि वह टिपरालैंड के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी। इसके अलावा उसने रोजगार व नौकरियों से संबंधित कई वादे किए हैं। उसने यह भी कहा है कि गैर जनजातीय लोगों के जनजातीय क्षेत्रों में रहने का वह विरोध नहीं करती। टिपरा मोथा की अलग राज्य की मांग का राज्य के मुख्यधारा वाले दलों में कोई भी समर्थन नहीं करता। संभवतः इसी वजह से टिपरा मोथा का किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ चुनावी गठबंधन नहीं हो सका है । हालांकि टिपरा मोथा ने चुनाव बाद गठबंधन के विकल्प खुले रखे हैं। टिपरा मोथा की इसी मांग ने भाजपा के सामने नई चुनौती पेश कर दी है। अब सवाल यह है कि क्या अलग टिपरालैंड की मांग से टिपरा मोथा भाजपा के आदिवासी वोट बैंक में सेध मारने में सफल होगी या नहीं। आशंका यही है कि भाजपा को यह नुकसान उठना पड़ सकता है। अब देखना यह भी है कि गृह मत्री शाह टिपरा मोथा की इस चुनौती से संभावित सियासी नुकसान की कैसे भरपाई करतें हैं।
तृणमूल का विकास के बंगाल माॅडल पर दांव
दूसरी ओर इन विधानसभा चुनावों में राज्य में अपने राजनीतिक पैर जमाने की कोशिश कर रही तृणमूल कांग्रेस यहां मतदाताओं को लुभाने के लिए विकास का अपना बंगाल माॅडल लेकर आई है। उसने भी रविवार को अपना चुनाव घोषणापत्र जारी कर बंगाल माॅडल पर त्रिपुरा का विकास करने का वादा किया है। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस ने वादा किया कि अगले 5 वर्षो में 2 लाख सरकारी नौकरियों का सृजन किया जाएगा और पहले वर्ष में 50,000 नौकरियां सृजित की जाएंगी। प्रत्येक वर्ष 1 लाख बेरोजगार युवाओं को 1,000 रुपए की मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी।
महिलाओं पर फोकस
पार्टी ने महिलाओं पर खास ध्यान दिया है। इसके तहत बंगाल में संचालित योजनाओं को त्रिपुरा में लाने का वादा किया है। घोषणापत्र में लक्ष्मी भंडार स्थापित करने का वादा करते हुए महिलाओं को सहायता राशि देने का वादा किया गया है। इसके अलावा भी पार्टी ने कई कल्याणाकारी वादे किए हैं और योजनाएं लागू करने की बात कही है। पार्टी ने यह भी कहा कि 9,906 किलोमीटर की कच्ची सड़कों को ब्लैक-टॉप किया जाएगा और बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सभी प्रमुख मुख्य सड़कों को सभी मौसम वाली सड़कों में अपग्रेड किया जाएगा।