
नई दिल्ली। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देने के एक दिन बाद गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा को संबोधित किया। विपक्ष ने प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान नारेबाजी जारी रखी। पीएम-अडानी भाई-भाई के नारे लगाए। उन्होंने अडानी.हिंडनबर्ग मामले की संयुक्त संसदीय जांच की भी मांग की। इस बीच लोकसभा ने केंद्रीय बजट 2023-24 पर चर्चा फिर से शुरू कर दी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को बजट पेश किया था।
राज्यसभा में प्रधानमंत्री ने कहा आज पूरा देश देख रहा है कि एक अकेला कितनों पर भारी पड़ रहा है। देश के लिए जीता हूं, देश के लिए कुछ करने के लिए निकला हुआ हूं।
प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में कहा, हम देश को विकास का मॉडल दे रहे हैं। देश हमारे साथ है। कांग्रेस को बार-बार देश नकार रहा है, लेकिन कांग्रेस के साथी साजिशों से बाज नहीं आते हैं। जनता उनको देख रही है और सजा दे रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम ऐसी कार्य संस्कृति को लेकर आ रहे हैं जो मेरा.तेरा को मिटाने वाला रास्ता है। हम मक्खन पर लकीर खींचने वाले लोग नहीं हैं, हम पत्थर पर लकीर खींचने वाले लोग हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, जो लोग आज विपक्ष में बैठे हैं। उन्होंने राज्यों के अधिकारों को घज्जियां उड़ा दीं। मैं कच्चा.चिट्ठा खोलना चाहता हूं। वो लोग कौन थे जिन्होंने आर्टिकल 356 का दुरुपयोग किया। वे लोग कौन हैं, जिन्होंने चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया। एक प्रधानमंत्री ने आर्टिकल 356 का 50 बार प्रयोग किया। वह नाम है इंदिरा गांधी।
प्रधानमंत्री ने कहा, यह जन-जन की पीढ़ियों से बना देश है। यह देश किसी परिवार की जागीर नहीं। हमने मेजर ध्यान चंद के नाम पर खेल खत्न का नाम रख दिया। हमें गर्व हो रहा है। जो लोग आए दिन हमारे देश की सेना को नीचा दिखाने का मौका नहीं छोड़ते, हमने द्वीपों को परमवीर चक्र पाने वाले वीरों के नाम पर रख दिया।
प्रधानमंत्री ने कहाए 600 से ज्यादा योजनाएं गांधी.नेहरू के परिवार के नाम पर हैं। अगर किसी कार्यक्रम में नेहरू जी का नाम नहीं प्रयोग हुआ तो कुछ लोगों का खून गर्म हो जाता था। लेकिन मुझे यह नहीं समझ आता कि उनकी पीढ़ी के किसी व्यक्ति को नेहरू सरनेम रखने में क्या आपत्ति है। और आप हमारा हिसाब मांगते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल दुनिया में आज हिंदुस्तान दुनिया का लीडर बना हुआ है। एक समय था, हम मोबाइल इंपोर्ट करते थे, आज मेरा देश मोबाइल एक्सपोर्ट कर रहा है। हर तकनीक को देश बहुत तेज गति से अपना रहा है। उसका विस्तार कर रहा है। दवाइयां पहुंचाने का काम ड्रोन से हो रहा है। इसके लिए हमने पॉलिसी का बदलाव किया है।