
– देवेंद्र यादव-

कांग्रेस के रणनीतिकार शायद अभी तक इस बात को नहीं समझ सके कि भारतीय जनता पार्टी के रणनीतिकार कांग्रेस के राज में बनाई गई नीतियां और योजनाओं को ढाल बनाकर पिछले एक दशक से अपनी सरकार की रक्षा कर रहे हैं।
जैसे ही 18वीं लोकसभा का वर्षाकालीन सत्र शुरू हुआ, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने नीट परीक्षा को लेकर सरकार से सवाल पूछे। राहुल गांधी के सवालों का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस सरकार की शिक्षा नीति में सुधार की योजना को ढाल बनाकर जवाब दिया।
मंगलवार 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने जैसे ही बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश के विकास के लिए पैसा आवंटित किया, इस पर इंडिया गठबंधन ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया, इसका जवाब भी सत्ता पक्ष के मंत्री चिराग पासवान ने कांग्रेस सरकार की नीति और योजना को ढाल बनाया। उन्होंने मोदी सरकार का बचाव करते हुए कहा कि डॉक्टर मनमोहन सिंह की सरकार ने नीति बनाई थी कि भविष्य में किसी भी राज्य को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाएगा।
कांग्रेस के नेता और रणनीतिकार यह तो समझ रहे हैं और बता भी रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने बजट में कांग्रेस के घोषणा पत्र की नकल की है, लेकिन कांग्रेस के नेता अभी तक यह नहीं समझ पाए कि नरेंद्र मोदी सरकार पिछले एक दशक से कांग्रेस सरकार की नीति और योजनाओं को ढाल बनाकर अपनी सरकार की रक्षा कर रही है। भारतीय जनता पार्टी के नेता बार-बार नेहरू इंदिरा और राजीव गांधी सरकारों का हवाला देकर कांग्रेस को घेरते हैं। दरअसल भाजपा के नेता नेहरू इंदिरा और राजीव गांधी की नीतियों और योजनाओं को ढाल बनाकर अपनी सरकार का बचाव करते हैं। क्योंकि भाजपा के रणनीतिकार और नेता जानते हैं कि कांग्रेस के नेताओं में इतनी ताकत नहीं है कि वह है इसका जवाब दे पाएं। भाजपा कांग्रेस की इस कमजोरी का 10 साल से फायदा उठाती आ रही है। जैसे ही राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी की इस नीति को समझा और जवाब देने लगे तब से कांग्रेस अब देश में मजबूत स्थिति में नजर आने लगी है।
सरकार ने 10 वर्षों में अधिकांश उन बिलों को पारित करवाया जो बिल कांग्रेस सरकारों के राज में लंबित पड़े हुए थे। उन बिलों के पारित होने के बाद यदि सरकार के खिलाफ कोई बात आई या विपक्ष ने आरोप लगाया, तब सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेता और मंत्री यह कहते हुए सुनाई दिए कि यह बिल तो कांग्रेस शासन के समय से लंबित पड़ा हुआ था हमने इसे पारित कर दिया।
ऐसे अनेक उदाहरण हैं जब भारतीय जनता पार्टी सरकार ने कांग्रेस की नीतियों और योजनाओं को लागू किया और जब उन योजनाओं का विरोध हुआ तो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कांग्रेस की योजनाओं को ढाल बनाकर अपना बचाव किया।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यह लेखक के निजी विचार हैं)