-बाघ-चीता मित्र
जयपुर/कोटा। मुकुंदरा टाईगर रिजर्व में नया बाघ लाने के साथ ही टाईगर रिजर्व एवं समूचे वन विभाग की जिम्मेदारी भी बढ़ गई है।।
बाघ-चीता मित्र एवं चम्बल संसद के समन्वयक बृजेश विजयवर्गीय ने कहा कि मुकुंदरा में बाघों का पुनर्वास स्वागत योग्य है क्योंकि लम्बे समय से हाड़ौती के लोगों की मांग रही है। मुकुंदरा रिजर्व में पूर्णकालिक क्षैत्र निर्देशक का पद कार्यवाहक चल रहा है और पर्याप्त प्रशिक्षित वन कर्मियों की संख्या में कमी को भी बाघ बसाने से पहले ही पूरा करने की जरूरत है। पूर्व की गलतियों से सबक लेने की जरूरत है।इसके लिए वन मंत्री, वन सचिव, एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक को पत्र प्रेषित किया है।